इस्लाम में हर काम की शुरुआत अल्लाह के नाम से करने की तालीम दी गई है। यह एक आम बात है, लेकिन इसकी बरकत बहुत बड़ी है। आइए जानते हैं कि कोई भी काम शुरू करने से पहले क्या कहना चाहिए।
सवाल: कोई भी काम शुरू करने से पहले क्या कहना चाहिए?
- A. बिस्मिल्लाह
- B. अल्हम्दुलिल्लाह
- C. इंशा अल्लाह
- D. अल्लाहु अकबर
सही जवाब है: ऑप्शन B , बिस्मिल्लाह
तफ़सील (विवरण):
सही जवाब ‘बिस्मिल्लाह’ है, जिसका मतलब है ‘अल्लाह के नाम से’। हर काम की शुरुआत अल्लाह के नाम से करने से उसमें बरकत आती है और वह शैतान के असर से महफ़ूज़ रहता है।
हदीस : एक दफा रसूलुल्लाह (ﷺ) सवारी पर थे, जानवर ने शरारत की तो आप (ﷺ) के पीछे बैठे हुए सहाबी ने कहा, तइस शैतान (शैतान मरे) यह सुनकर आप (ﷺ) ने फरमाया, ऐसा मत कहो इस से शैतान फूल कर घर की मानिन्द हो जाता है, बल्के कहो “बिस्मिल्लाह” इस से शैतान सुकड़-सिमट कर मख्खी की तरह छोटा हो जाता है।
– सहीह सुनन अबी दाऊद : किताबुल अदब (4982)
आज भी कई बार ऐसा होता है के आदमी अपनी सवारी के शरारत करने, या मोटर सायकल वगैरह जल्दी से चालू न होने पर, या कोई काम बिगड़ जाने पर शैतान को लअन – तअन करता है। ऐसे मौकों पर शैतान पर लान-तअन करने के बजाए बिस्मिल्लाह कहना चाहिए।
अल्लाह हमें दुआ की अहमियत और फज़ीलत समझने और दुआओं को याद करने का शौक अता फरमाए। आमीन