क़ुरान, जो अल्लाह का पाक कलाम है, वह आप (ﷺ) पर अल्लाह के एक ख़ास फ़रिश्ते के ज़रिए नाज़िल हुआ। यह वही के नाज़िल होने का सिलसिला 23 साल तक जारी रहा। क्या आप जानते हैं वो कौनसे फ़रिश्ते थे?
सवाल: कुरआन की आयते, रसूलअल्लाह ﷺ तक कौन से फ़रिश्ते लेकर आते थे?
- A. जिब्राईल (अलै.)
- B. मीकाइल (अलै.)
- C. इसराफ़ील (अलै.)
- D. इज़राइल (अलै.)
सही जवाब है: ऑप्शन A , जिब्राईल (अलै.)
तफ़सील (विवरण):
सही जवाब फ़रिश्ता जिब्राईल (अलै.) है, जिन्होंने अल्लाह के हुक्म से क़ुरान की वही नबी ऐ करीम (ﷺ) तक पहुंचाई। क़ुरान में इसका ज़िक्र है: “इसे रूह-अल-अमीन (अमानतदार फरिश्ते) ने आप पर नाज़िल किया।” (क़ुरान, सूरह शूरा 26:193-194)।
सहीह बुखारी में भी ऐसी हदीसें मिलती हैं जिनमें नबी (ﷺ) का वही के दौरान जिब्रील (अलै.) के साथ मुलाक़ात का ज़िक्र है।