इस्रा व मेराज की रात अल्लाह ने अपने प्यारे नबी ﷺ को वह मंज़िले दिखाईं जो किसी इंसान ने पहले नहीं देखीं। इस सफ़र के दौरान एक महत्वपूर्ण वाक़िया वह है जब नबी ﷺ के सामने दो प्याले पेश किए गए। यह चुनाव सिर्फ एक प्याला चुनने का नहीं था — बल्कि उम्मत की राह का फैसला था।
सवाल: मेराज की रात बैतुल-मुकद्दस में प्यारे नबी ﷺ को कौन-से 2 प्याले पेश किए गए थे?
- A. दूध और शहद
- B. दूध और शराब
- C. शराब और शहद
- D. सही जवाब का इंतज़ार
सही जवाब है: ऑप्शन B , दूध और शराब
तफ़सील (विवरण):
📜 दलील
۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞
हदीस:
अबू हुरैरा (र.अ.) फ़रमाते हैं कि:
नबी-ए-करीम ﷺ के पास मेराज की रात बैत-उल-मुकद्दस में शराब और दूध के प्याले लाए गए। आप ﷺ ने दोनों को देखा, फिर दूध ले लिया।
जिब्रील (अ.स.) ने कहा: “अल्लाह का शुक्र है जिसने आपको फितरत की राह दिखा दी। अगर आपने शराब ले ली होती तो आपकी उम्मत गुमराह हो जाती।”
📕 सुनन दरिमी, हदीस 2133 — सहीह
✨ इससे हमें क्या सीख मिलती है?
- दूध फितरत, पवित्रता और सीधी राह की निशानी है।
- नबी ﷺ का दूध चुनना यह बताता है कि उम्मत के लिए हिदायत और पवित्रता की राह पसंद की गई।
- शराब का त्याग उम्मत को गुमराही से बचाने का प्रतीक है।

