हम अक्सर अल्लाह की नेमतों में घिरे रहते हैं, मगर बहुत-सी नेमतों की क़द्र तब पता चलती है जब वो हमसे छिन जाती हैं। इसी बारे में एक सह़ीह हदीस हमें ग़फ़लत से जगाती है।
सवाल: वो कौन-सी 2 नेमतें हैं जिनसे अक्सर लोग ग़फ़लत में रहते हैं?
- A. सेहत और दौलत
- B. सेहत और फराग़त
- C. रुतबा और आराम
- D. औलाद और माल
सही जवाब है: ऑप्शन B , सेहत और फराग़त
तफ़सील (विवरण):
📜 दलील
۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞
हदीस:
रसूलअल्लाह (ﷺ) ने फ़रमाया:
“दो नेमतें ऐसी हैं जिनसे अकसर लोग ग़फ़लत में रहते हैं: एक सेहत और एक फराग़त (खाली वक़्त)।”
📕 सह़ीह बुखारी, हदीस 6412
✨ इससे क्या सीख मिलती है?
- सेहत — जब तक होती है, उसकी क़द्र नहीं होती; बीमारी में पता चलता है कि यह अल्लाह की कितनी बड़ी नेमत है।
- खाली वक़्त — इंसान अक्सर फालतू चीज़ों में गंवा देता है, जबकि इसी समय का सही इस्तेमाल दुनिया व आख़िरत दोनों में फ़ायदा देता है।
- इंसान को चाहिए कि सेहत और खाली समय को नेक आमाल में लगाकर नेमतों की क़द्र करे।



