पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) की वफ़ात के बाद मुसलमानों का नेतृत्व करने और दीन को आगे बढ़ाने के लिए एक ख़लीफ़ा का चुनाव करना ज़रूरी था। सहाबा ने इस अहम ज़िम्मेदारी के लिए एक ऐसे साथी को चुना जिन्होंने पैगंबर (ﷺ) का सबसे ज़्यादा साथ दिया था। क्या आप जानते हैं वो कौन थे?
सवाल: रसूलुल्लाह ﷺ के बाद किस सहाबी को मुसलमानों का पहला ख़लीफ़ा चुना गया?
- A. हज़रत अबू बक्र (रज़ि.)
- B. हज़रत उमर (रज़ि.)
- C. हज़रत उस्मान (रज़ि.)
- D. हज़रत अली (रज़ि.)
सही जवाब है: ऑप्शन A , हज़रत अबू बक्र (र.अ.)
तफ़सील (विवरण):
सही जवाब हज़रत अबू बक्र अस-सिद्दीक़ (र.अ.) है। पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) के बाद उन्हें मुसलमानों का पहला ख़लीफ़ा चुना गया। उनकी दूर-अंदेशी वाली रहनुमाई ने मुस्लिम उम्मत को मज़बूती दी और इस्लाम की तालीमात को सही तरीक़े से महफ़ूज़ रखा।
हदीस: पैगंबर (ﷺ) ने एक बार फ़रमाया,
“अगर मुझे अपने रब के अलावा किसी और को खलील (खास दोस्त) बनाना होता, तो मैं अबू बक्र को बनाता।”
– (सहीह मुस्लिम 2382)
यह हदीस हज़रत अबू बक्र (र.अ.) के मक़ाम और नबी ऐ करीम (ﷺ) के साथ उनकी गहरी दोस्ती को दिखाती है।