रसूलअल्लाह ﷺ के सहाबा में हर एक की कोई न कोई ख़ास बात थी — लेकिन एक सहाबी ऐसे थे जिनके बारे में नबी ﷺ ने फरमाया कि “फ़रिश्ते भी उनसे हया करते हैं।” आइए जानते हैं वो कौन थे।
सवाल: वो कौन से सहाबी हैं जिनसे फ़रिश्ते भी हया (शरम) करते हैं?
- A. अबू बक्र (रज़ि.)
- B. उमर (रज़ि.)
- C. उस्मान (रज़ि.)
- D. अली (रज़ि.)
सही जवाब है: ऑप्शन C , उस्मान (रज़ि.)
तफ़सील (विवरण):
📖 दलील
۞ बिस्मिल्लाह-हिर-रहमान-निर-रहीम ۞
उम्मुल मोमिनीन आयशा (रज़ियल्लाहु अन्हा) से रिवायत है:
रसूलअल्लाह ﷺ ने फरमाया —
“क्या मैं उस शख्स से शर्म (हया) न करूं जिससे फ़रिश्ते भी शर्म करते हैं?”
(यह उस वक्त का वाक़या है जब हज़रत उस्मान (रज़ि.) आए, तो नबी ﷺ अपने कपड़े ठीक करके पूरे अदब से बैठ गए।)
📕 सहीह मुस्लिम, जिल्द 6, हदीस 6209
🌸 सीख
हया ईमान का हिस्सा है — और हज़रत उस्मान (रज़ि.) हया और शराफ़त की बेहतरीन मिसाल थे।
रसूलअल्लाह ﷺ के अख़लाक और आदब का अंदाज़ा इस बात से होता है कि उन्होंने भी उस्मान (रज़ि.) के अदब में बैठने का तरीका बदल लिया।
हमें भी अपने अंदर हया, सादगी और अदब को अपनाना चाहिए।



