इस्लाम में जाइज़ और मुनासिब अमल को क्या कहते है?

Jayaz aur munasib amal ko kya kehte

इस्लाम में, हमारे हर काम के लिए कुछ नियम तय किए गए हैं। ये नियम हमें बताते हैं कि क्या सही है और क्या गलत है। इसी तरह, वो काम जो अल्लाह की तरफ से जायज़ और मुनासिब हैं, उनके लिए एक ख़ास अरबी शब्द का इस्तेमाल होता है। क्या आप जानते हैं वो क्या है?

सवाल: इस्लाम में जाइज़ और मुनासिब अमल को क्या कहते है?

  • A. हराम
  • B. हलाल
  • C. मकरूह
  • D. मुस्तहब

सही जवाब है: ऑप्शन B , हलाल

तफ़सील (विवरण):

सही जवाब ‘हलाल’ है। हलाल का मतलब है वो काम या चीज़ जो इस्लामी शरीयत के हिसाब से जायज़ और क़ानूनी है। इसमें रोज़ाना की ज़िंदगी के कई पहलू शामिल हैं, जैसे खाना, पीना, कारोबार और बर्ताव।

क़ुरान में अल्लाह तआला फरमाते हैं,
“(ए नबी ﷺ ! लोग) आपसे पूछते हैं कि उनके लिए क्या हलाल किया गया है? आप कह दीजिए कि तुम्हारे लिए सभी पाकीज़ा चीज़ें हलाल कर दी गई हैं।”
क़ुरान, सूरह मायदा 5:4

अल्लाह हमें हर तरह के हलाल और हराम में फर्क करने की तौफीक अता फरमाए, आमीन

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