इस्लाम के शुरुआती दिनों में, ईमान लाने वालों को कई इम्तिहान और ज़ुल्मों का सामना करना पड़ा था। उन्हीं में से एक सहाबिया ऐसी थीं जिन्होंने अल्लाह की राह में अपनी जान दी और इस्लाम की पहली शहीद होने का दर्जा पाया। क्या आप जानते हैं वो कौन थीं?
सवाल: इस्लाम की राह में सबसे पहले शहीद होने वाले सहाबी कौन थे?
- A. हज़रत उमर (रजि.)
- B. हज़रत उस्मान (रजि.)
- C. सुमैया ख़य्यात (रजि.)
- D. हज़रत अली (रजि.)
सही जवाब है: ऑप्शन C, सुमैया बिन्त ख़य्यात (र.अ.)
तफ़सील (विवरण):
इस्लाम की पहली शहीद हज़रत सुमैया बिन्त ख़य्यात (र.अ.) हैं। वो इस्लाम क़ुबूल करने वालों में से पहली थीं जिन्होंने अपने ईमान की वजह से सख़्त ज़ुल्मों का सामना किया। उनके शौहर, यासिर, और बेटे, अम्मार, के साथ उन्हें मक्का के क़ुरैश ने बहुत अज़ीयतें दीं।
इन अज़ीयतों के बावजूद हज़रत सुमैया (र.अ.) अपने ईमान पर डटी रहीं। आख़िरकार, अबू जहल ने उन्हें शहीद कर दिया, जिससे वो इस्लाम की पहली शहीद बन गईं।
उनका बलिदान ज़ुल्म के सामने ईमान की मज़बूती की एक मिसाल है।