इस्लाम एक वैश्विक भाईचारे का मज़हब है जो दुनिया के हर कोने में बेस हुए सभी मुसलमानों को एक धागे में पिरोता है। इस बड़े समुदाय को अरबी में एक ख़ास नाम से जाना जाता है जो उसकी एकता को दर्शाता है। क्या आप जानते हैं वो क्या है?
सवाल: दुनिया भर के मुसलमानों की कम्युनिटी को अरबी ज़ुबान में क्या कहते है ?
- A. उम्मत
- B. शूरा
- C. फ़िर्क़ा
- D. जमाअह
सही जवाब है: ऑप्शन A , उम्मत
तफ़सील (विवरण):
सही जवाब ‘उम्मत’ है, जिसका मतलब दुनिया भर के मुसलमानों का समुदाय है। नबी ऐ करीम (ﷺ) ने अपनी उम्मत को इस वैश्विक भाईचारे पर बेशुमार तालीमात दी है।
हदीस: पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) ने फ़रमाया, “ईमान वाले एक जिस्म की तरह हैं, जब उसका एक हिस्सा तकलीफ में होता है तो पूरा जिस्म बेख़्वाब और बुखार में मुब्तिला हो जाता है।” (सहीह मुस्लिम 2586)
यह हदीस उम्मत के बीच आपसी एकजुटता और भाईचारे की अहमियत को साफ़ ज़ाहिर करती है।