हर इंसान का हर अच्छा या बुरा काम अल्लाह तआला के हाँ दर्ज होता है।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि नेकी करने वालों (नेक लोगों) के आमाल किस जगह पर लिखे जाते हैं?
आइए जानते हैं इसका जवाब कुरआन करीम की रोशनी में।
सवाल: नेिक लोगों के आमाल जिनमें लिखे जाते हैं, उसे क्या कहते हैं?
- A. मुतफ़्फ़ेफीन
- B. इल्लिय्यीन
- C. सिज्जीन
- D. सल्सबील
सही जवाब है: ऑप्शन B , इल्लिय्यीन
तफ़सील (विवरण):
📖 दलील:
۞ बिस्मिल्लाह हिर्रहमान निर्रहीम ۞
क़ुरआन:
كَلَّا إِنَّ كِتَابَ الْأَبْرَارِ لَفِي عِلِّيِّينَ
وَمَا أَدْرَاكَ مَا عِلِّيُّونَ
كِتَابٌ مَّرْقُومٌ
يَشْهَدُهُ الْمُقَرَّبُونَ
“सुन लो! नेिक लोगों के आमाल ‘इल्लिय्यीन’ में लिखे जाते हैं। और तुम क्या जानो कि ‘इल्लिय्यीन’ क्या है? यह एक लिखा हुआ दफ़्तर (रजिस्टर) है, जिसे अल्लाह के क़रीबी फ़रिश्ते देखते हैं।”
📖 सूरह अल-मुतफ़्फ़िफ़ीन (83:18-21)
🌙 तफ़सीर (व्याख्या):
“इल्लिय्यीन” एक ऊँचे दर्जे की किताब या रजिस्टर है, जहाँ नेक बंदों के आमाल दर्ज किए जाते हैं।
यह किताब अल्लाह के मुकर्रब (करीबी) फ़रिश्तों के पास रहती है, जो इसे देखते और संभालते हैं।
यह बात इस बात की निशानी है कि अल्लाह नेक लोगों की हर नेकी को बेहद क़ीमत देता है।
🕋 सीख:
हमें चाहिए कि हम अपने हर अमल को अल्लाह की रज़ा के लिए करें,
क्योंकि अगर हमारा नाम “इल्लिय्यीन” में दर्ज हुआ,
तो ये हमारी क़ामयाबी (सफलता) की निशानी होगी।
