रमज़ान का महीना अपनी बरकतों और रहमतों के लिए जाना जाता है, लेकिन इसके आखिरी 10 दिन एक ख़ास तरीक़े की इबादत की जाती है। क्या आप जानते हैं वो क्या है?
सवाल: रमज़ान के आख़िरी 10 दिनों में कौन-सी ख़ास इबादत की जाती है?
- A. हज्ज
- B. ईद-उल-फित्र
- C. एतिकाफ़
- D. ज़कात
सही जवाब है: ऑप्शन C , एतिकाफ़
तफ़सील (विवरण):
सही जवाब ‘एतिकाफ़’ है। एतिकाफ़ में मुसलमान रमज़ान के आख़िरी दस दिनों में मस्जिद में रहकर सिर्फ़ इबादत और अल्लाह की याद में रहते हैं। इसका मकसद शब-ए-क़द्र (लैलातुल क़द्र) की तलाश करना है, जो एक हज़ार महीनों से भी बेहतर है।
हदीस: पैगंबर मुहम्मद (ﷺ) खुद रमज़ान के आखिरी दस दिनों में एतिकाफ़ किया करते थे। (सहीह बुखारी 2026)
यह अमल पैगंबर (ﷺ) की सुन्नत है और मुसलमानों को दुनियावी कामों से दूर रहकर अल्लाह के साथ अपने रिश्ते को मज़बूत करने का मौका देता है।