रसूलअल्लाह ﷺ के हर सहाबी की कोई न कोई ख़ास खूबी थी — किसी में रहमदिल मिज़ाज, किसी में इल्म, किसी में हया, तो किसी में बहादुरी।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि दीनी मामलों में सबसे सख्त सहाबी कौन थे? आइए जानते हैं हदीस से।
सवाल: रसूलअल्लाह ﷺ ने कौन से सहाबी के लिए यह फरमाया कि वे मेरी उम्मत में दीनी मामलों में सबसे ज़्यादा सख्त हैं?
- A. ख़ालिद बिन वलीद (रज़ि.)
- B. मुआज़ बिन जबल (रज़ि.)
- C. अली (रज़ि.)
- D. उमर (रज़ि.)
सही जवाब है: ऑप्शन D , उमर (रज़ि.)
तफ़सील (विवरण):
📜 दलील:
۞ बिस्मिल्लाह-हिर्रहमान-निर्रहीम ۞
हदीस:
अनस बिन मालिक (रज़ि.) से रिवायत है कि रसूलअल्लाह ﷺ ने फ़रमाया:
“मेरी उम्मत में सबसे रहमदिल अबू बक्र (रज़ि.) हैं,
और उनमें से अल्लाह के दीन के बारे में सबसे ज़्यादा सख्त उमर (रज़ि.) हैं।”
📚 सुनन इब्न माजा, हदीस 154 — सहीह
💡 सीख:
इस हदीस से मालूम होता है कि दीनी मसलों में सख्ती और एहतियात एक ईमानदार मुसलमान की पहचान है।
हज़रत उमर (रज़ि.) की सख्ती में भी रहमत छिपी थी — क्योंकि उनका मकसद हमेशा इस्लाम की हिफाज़त और हक़ की बरक़रारी था।



