अबू जहल कौन से ग़ज़वे में क़त्ल हुआ?
कई लोग यह जानना चाहते हैं कि इस्लाम के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक अबू जहल किस जंग में मारा गया। यह सवाल सिर्फ इतिहास नहीं, […]
अबू जहल कौन से ग़ज़वे में क़त्ल हुआ? जवाब देखे »
कई लोग यह जानना चाहते हैं कि इस्लाम के सबसे बड़े दुश्मनों में से एक अबू जहल किस जंग में मारा गया। यह सवाल सिर्फ इतिहास नहीं, […]
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क़ुरआन मजीद में अल्लाह तआला ने इंसान को आख़िरत की हक़ीक़त समझाने के लिए कई जगहों पर बेहद गहरी और सोचने वाली तश्बीहें (उदाहरण) दी हैं। उन्हीं
क़यामत का दिन ऐसा होगा जब पूरी कायनात हिल जाएगी, पहाड़ रेत की तरह बिखर जाएंगे और आसमान तक लपेट दिए जाएंगे। अल्लाह तआला अपनी
क़यामत के दिन आसमान कहाँ होंगे? जवाब देखे »
क्या आप जानते हैं कि रसूलअल्लाह ﷺ के कई मुबारक नाम हैं और हर नाम के पीछे एक गहरी हिकमत (बुद्धि) छुपी है? इन्हीं में से एक
इनमें से कौन-सा नाम रासूलअल्लाह ﷺ का है? जवाब देखे »
मेरा’ज की उस मुबारक रात का ज़िक्र जब रहमतुल लिल आलमीन ﷺ को आसमानों की सैर कराई गई, कुरान करीम में बड़े प्यार से किया गया है।
सिदरतुल मुन्तहा के क़रीब कौन सी जन्नत है? जवाब देखे »
रमज़ान की मुक़द्दस रातों में से एक रात है शब-ए-क़द्र, जिसे कुरआन में “हज़ार महीनों से बेहतर” बताया गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि
अल्लाह ने रसूलअल्लाह (ﷺ) से शब-ए-क़द्र के मालूम होने का इल्म किस वजह से उठा लिया? जवाब देखे »
सूरह काफ़िरून की फज़ीलत, शिर्क से बचाव, सोने से पहले की दुआ, हदीस इन हिंदी, इस्लामी जानकारी, इस्लामिक सवाल जवाब हिंदी, क़ुरान की सूरह का
शब-ए-क़द्र (लैलतुल क़द्र) इस्लाम की सबसे मुबारक रातों में से एक है। यह वह रात है जिसमें क़ुरआन-ए-करीम का नुज़ूल हुआ और जिसमें बंदे की
शब-ए-क़द्र को क़ुरआन में किस से बेहतर कहा गया है? जवाब देखे »
ज़कात इस्लाम का एक अहम स्तंभ है जो समाज में बराबरी और रहमत का कारण बनता है। लेकिन जो लोग ज़कात अदा नहीं करते, उनके
क़यामत के दिन गंजे साँप का तौक़ किस शख़्स को पहनाया जाएगा? जवाब देखे »
क़ुरान-ए-करीम में अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत की कई निशानियाँ बयान की हैं — आसमान से बारिश, ज़मीन से उगती फ़सलें और खजूर के दरख्त
अल्लाह सुब्हानहु ने क़ुरान करीम में “तलाउ़न नदीद” लफ़्ज़ किसके लिए इस्तेमाल किया है? जवाब देखे »
काबा शरीफ इस्लाम की सबसे मुक़द्दस जगह है — जहां हर मुसलमान का दिल सजदे में झुकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि काबा शरीफ
इनमें से कौन-से सहाबी के पास काबा शरीफ के दरवाज़े की कुंजी रहती थी? जवाब देखे »
जब अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत से तूफ़ान का आज़ाब भेजा, तो पूरी धरती पानी से भर गई। लेकिन अल्लाह ने अपने नेक बंदे हज़रत नूह
अल्लाह तआला ने नूह (अलैहिस्सलाम) की कश्ती को तूफ़ान के आज़ाब से बचाकर कहाँ ठहराया? जवाब देखे »
हज़रत नूह (अलैहिस्सलाम) की क़ौम ने सैंकड़ों साल तक उनकी दावत को ठुकराया, और जब अल्लाह का अजाब आया, तो केवल ईमान लाने वाले ही
क़ियामत की निशानियों में से एक बड़ी निशानी है दज्जाल का ज़ुहूर (आना)। हदीसों में उसके साथ चलने वाले लोगों का ज़िक्र भी मिलता है —
क़ियामत के दिन जब हर इंसान अपने आमाल से डर रहा होगा, तब लोग एक ऐसे नबी की तलाश करेंगे जो अल्लाह तआला से शफ़ाअत (सिफ़ारिश) करें।
क्या कभी आपने नमाज़ में ध्यान भटकते हुए या क़ुरआन की आयतें भूलते हुए महसूस किया है?ये भूलना सिर्फ़ लापरवाही नहीं — बल्कि एक ख़ास शैतान
नमाज़ में क़ुरआन भुला देने वाले शैतान का नाम क्या है? जवाब देखे »
इसरा व मेराज की रात अल्लाह तआला ने अपने प्यारे नबी मुहम्मद ﷺ को आसमानों की सैर कराई। हर आसमान पर नबी ﷺ की मुलाकात
मेराज की रात रसूल-अल्लह ﷺ की मुलाकात दूसरे आसमान पर किस नबी से हुई? जवाब देखे »
क़ुरआन मजीद में कई जगह अल्लाह तआला ने अपनी कुदरत की निशानियों की क़सम खाई है। लेकिन एक सूरह ऐसी भी है जिसमें अल्लाह ने दो
क़ुरआन मजीद में कई ऐसी क़ौमें और घटनाएँ बयान की गई हैं जिनसे इंसान इबरत हासिल कर सके। उन्हीं में से एक है याजूज और माजूज
इनमें से क़ुरआन की कौन-सी सूरह में याजूज-माजूज का क़िस्सा बयान किया गया है? जवाब देखे »
क़ुरआन मजीद में अल्लाह तआला ने नेक लोगों के आमाल और गुनहगारों के आमाल के बारे में ज़िक्र किया है। जहाँ नेक लोगों के आमाल इल्लीयीन
सिज्जीन में क्या है? जवाब देखे »
इस्लामी इतिहास में कुछ सहाबा-ए-किराम ऐसे हैं जिनकी बहादुरी और ईमानदारी की मिसालें आज तक दी जाती हैं। मगर क्या आप जानते हैं कि एक
इस्लाम के शुरुआती दौर में अबू जहल इस्लाम का सबसे बड़ा दुश्मन माना जाता था।उसकी जिद, घमंड और नफ़रत ने उसे उस मुक़ाम तक पहुँचा दिया
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इस्लामी इतिहास में ग़ज़वा-ए-बद्र एक ऐसा मुक़द्दस मौक़ा है, जहाँ मुसलमानों ने अल्लाह की मदद से एक बड़ी जीत हासिल की। लेकिन क्या आप जानते हैं कि
वो कौनसे सहाबी थे जो ग़ज़वा-ए-बद्र में शामिल नहीं हुए फिर भी उन्हें सवाब मिला? जवाब देखे »
सवाल: वो कौनसे नबी हैं जिन्होंने ज़ालिम बादशाह से कहा: “मेरा रब वो है जो ज़िंदा करता है और मारता है”?
नमाज़ सिर्फ़ सज्दा और रुकू का नाम नहीं, बल्कि एकता, अनुशासन और दिलों को जोड़ने का तरीका है। लेकिन नमाज़ की सफ़ में छोड़ी गई
इस्लामी इतिहास की सबसे महान जंगों में से एक — ग़ज़वा-ए-बद्र — बहादुरी, ईमान और अल्लाह पर भरोसे का बेहतरीन नमूना है। इसकी शुरुआत एक ऐसे मुकाबले